सारस्वत (कुण्डीय) समाज, दिल्ली-एनसीआर का रंगारंग होली-मिलन समारोह उल्लासमय वातावरण में सम्पन्न



नयी दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सारस्वत (कुण्डीय) समाज दिल्ली एनसीआर की ओर से होली मंगल मिलन समारोह का भव्य आयोजन स्थानीय पारीक भवन, रोशनआरा रोड में रखा गया। इसमें सारस्वत समाज के प्रवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा के शहीदों को श्रद्धाँजलि अर्पित की गयी। सारस्वत समाज के आराध्य श्री सरस जी महाराज के चित्र । के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन किया गया।


इस अवसर पर श्री साईं रंगमंच के कलाकारों ने होली के लोकगीतों का ऐसा समां बाँधा कि उपस्थित लोग होली के गीतों से ऐसे सराबोर हुए कि महिलाएँ, बाल, वृद्ध के पाँव थिरकने लगे। समाज के नन्हें-मुन्ने बाल कलाकारों एवं बालकबालिकाओं ने भी कविता, नृत्य व गायन के द्वारा बहुत ही भव्य प्रस्तुति दी। मंच पर प्रस्तुति देने वाले एवं कक्षा आठ से ग्रेजएशन तक अस्सी प्रतिशत या उससे ऊपर अंक प्राप्त करने वाले बालक और बालिकाओं को समाज के महानुभावों के हाथों स्मृति चिन्ह प्रदान करवाया गया।


समाज में विशेष योग्यता प्राप्त बच्चों में श्री तोलूरामजी गुरावां के पौत्र तथा श्री कुन्दनमलजी गुरावां, पायली के सुपुत्र श्री अनिल गुरावां जिन्होंने आईसीएस की परीक्षा में उत्तीर्ण करके आर्मी में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर का पद प्राप्त किया है तथा दूसरे श्री सत्य नारायणजी सारस्वत (खानीसर) बीकानेर के पौत्र तथा श्री देवकिशनजी सारस्वा के सुपुत्र श्री योगेश सारस्वत, जिन्होंने आईसीएस की परीक्षा क्लीयर कर ली है, सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में परिचय-सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया।


कार्यक्रम का सफल संचालन जेठाराम जी जस्सु, सादासर ने किया। दिल्ली एनसीआर सारस्वत समाज के सभी प्रमुख लोग उपस्थित थे, जिनमें श्री रामप्रताप जोशी (तेजरासर), श्री श्यामलाल सारस्वा (पूनरासर), श्री रामकिशोर ओझा (लक्ष्मण गढ़), श्री सत्यनारायण जी ओझा (श्रीडूंगर गढ़), रामचन्द्र गुरावां (कांगड़), महावीर प्रसाद जी ओझा (श्रीडूंगरगढ़), सत्य नारायण ओझा (मूंडसर), श्री हरिकिशन सारस्वा (खारडा), श्री बनवारी लाल मोट (बीदासर), श्री जेठाराम जस्सु (सादासर), श्री कैलाश चन्द्र जी सारस्वा (चीमाना), श्रीपालजी ओझा (लक्ष्मणगढ़) नाम उल्लेखनीय हैंसभी आगंतुक भाई-बहनों के लिए नाश्ता व भोजन की समुचित व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम सर्वांगीण रूप से सफल रहा। रामचन्द्र सारस्वत नयी दिल्ली